भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह (vyomika singh)इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। ऑपरेशन सिंदूर में अपनी अद्भुत भूमिका निभाने के बाद, उन्होंने 15 अगस्त 2025 को कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के स्वतंत्रता दिवस विशेष एपिसोड में अपने अनुभव साझा किए। यह सिर्फ एक टीवी शो की उपस्थिति नहीं थी, बल्कि एक ऐसा पल था जिसने करोड़ों भारतीयों को गर्व से भर दिया।
KBC पर देशभक्ति का जज़्बा
KBC के मंच पर व्योमिका सिंह के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और कमांडर प्रेर्णा देओस्थली भी मौजूद थीं। तीनों महिला अधिकारीयों ने ऑपरेशन सिंदूर की कहानी और उसकी सफलता के पीछे की टीमवर्क को बड़े भावुक अंदाज में बताया।
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व्योमिका सिंह ने खुलासा किया कि ऑपरेशन महज 25 मिनट (1:05 AM से 1:30 AM) में पूरा हो गया।
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उन्होंने अमिताभ बच्चन के सामने कहा कि किसी भी इनाम की राशि को सशस्त्र बलों के कल्याण में दान किया जाएगा।
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मंच पर उनका आत्मविश्वास और सादगी, दोनों ही दर्शकों के दिल जीत ले गए।
ऑपरेशन सिंदूर: साहस की मिसाल
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद किया गया था। इसमें पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाया गया।
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इस मिशन में व्योमिका सिंह की कोऑर्डिनेशन और फ्लाइट स्किल्स अहम थीं।
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उन्होंने पहले भी अरुणाचल प्रदेश (2020) में एक मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
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2021 में वह त्रि-सेवा महिला पर्वतारोहण दल का हिस्सा बनीं, जिसने 21,650 फीट ऊंचे माउंट मणिरंग को फतह किया।
व्योमिका सिंह का सफर
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2019 में भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कमीशन।
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2,500 से अधिक उड़ान घंटे और कठिन इलाकों में सेवा।
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बचपन से ही आसमान को छूने का सपना, जिसका मतलब उनके नाम “व्योमिका” में भी छिपा है।
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NCC से लेकर इंजीनियरिंग तक का सफर तय कर, परिवार की पहली सदस्य बनीं जो सशस्त्र बलों में शामिल हुईं।
सामाजिक और राजनीतिक चर्चा
हालांकि उनकी KBC पर मौजूदगी ने देशभर में गर्व और प्रेरणा जगाई, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने इस पर सवाल भी उठाए। कुछ नेताओं का कहना था कि सेना के सक्रिय अधिकारी का मनोरंजन कार्यक्रम में शामिल होना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो सकता है।
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NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने सोशल मीडिया पर चल रहे उनके नाम से फर्जी अकाउंट्स को लेकर भी चेतावनी जारी की है।
निष्कर्ष
व्योमिका सिंह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि साहस, अनुशासन और महिला शक्ति का प्रतीक हैं। चाहे वह युद्ध मिशन हो या किसी टीवी शो का मंच—उनका आत्मविश्वास और सादगी हर जगह चमकता है। उनका यह सफर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा है कि अगर हौसला बुलंद हो तो आसमान भी छोटा पड़ सकता है।




